Share Market Update : क्या है शेयरों का T+1 सेटलमेंट सिस्टम
शेयर और कमोडिटी बाजार नियामक सेबी (Sebi) ने स्टॉक एक्सचेंजों को शेयरों के सेटलमेंट (settlement) का T+1 सिस्टम शुरू करने की इजाजत दे दी है। इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं। स्टॉक एक्सचेंजों के सेटलमेंट की इस व्यवस्था को शुरू करने का सीधा असर निवेशकों पर पड़ेगा। इसलिए आपके लिए इसके बारे में जानना जरूरी है। क्या है सेटलमेंट का T+1 सिस्टम, निवेशकों को इससे क्या फायदा होगा,
क्या है सेटलमेंट का T+1 सिस्टम?
इस व्यवस्था के लागू होने पर शेयर बेचने पर निवेशकों के अकाउंट में पैसा जल्द आ जाएगा। इसका मतलब है कि शेयर बेचने के एक दिन बाद आपके अकाउंट में पैसा आ जाएगा। शेयर खरीदने पर भी यही व्यवस्था लागू होगी। यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी (Transparent) और सुरक्षित (Safe) होगी। सेबी ने नई व्यवस्था को वैकल्पिक (Optional) बनाया है। इसका मतलब है कि स्टॉक एक्सचेंज के लिए इस व्यवस्था को लागू करना अनिवार्य (Compulsory) नहीं है। अगर स्टॉक एक्सचेंज सेटलमेंट के T+2 सिस्टम को लागू करने का फैसला करता है तो उसे इसे कम से कम छह महीने तक जारी रखना होगा। इसके बाद अगर वह पुराने सिस्टम यानी सेटलमेंट T+2 को अपनाना चाहता है तो वह मार्केट को एक महीना का एडवान्स नोटिस देकर ऐसा कर सकता है।
अभी क्या है व्यवस्था?
अभी शेयरों के सेटलमेंट की T+2 व्यवस्था है। इस व्यवस्था में शेयर बेचने के बाद निवेशक के अकाउंट में पैसा आने में 3 दिन का वक्त लग जाता है। इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं। मान लीजिए कोई निवेशक मंगलवार को शेयर बेचता है। इस ट्रेड के सेटलमेंट में दो दिन का समय लगता है। इस ट्रेड को हैंडल करने वाले ब्रोकर के पास मंगलवार को पैसा आएगा। लेकिन, निवेशक के अकाउंट में पैसा शुक्रवार तक पहुंचेगा। इसका मतलब है कि निवेशक को शेयर बेचने के तीन दिन बाद ही पैसे मिलेंगे।
T+1 सिस्टम का फायदा क्या है?
शेयरों के सेटलमेंट के इस सिस्टम में ट्रेड के सेटलमेंट में एक दिन का समय लगता है। इससे निवेशक को फायदा होता है। शेयर बेचने के एक दिन बाद उसके अकाउंट में पैसे आ जाते हैं। इससे उन निवेशकों को काफी फायदा होगा जो किसी काम के लिए पैसे की जरूरत होने पर शेयर बेचते हैं। सेबी ने बताया है कि इस सिस्टम से न सिर्फ निवेशकों को अपना पैसा जल्द मिल जाएगा बल्कि इससे जोखिम कवर करने के लिए बतौर कौलेटरल (Collateral) पैसे की जरूरत भी कम समय के लिए पड़ेगी।